लिंग का फ्रेनुलम टाइट होने के कारण और इलाज

फ्रेनुलम एक लचीले ऊतकों का पट्टा होता है, जो लिंग के मुठ के निचले हिस्से को फोरस्किन से जोड़ता है।

इसका मुख्य कार्य होता है फोरस्किन को लिंग के ऊपर आसानी से स्लाइड करने में मदद करना।

यह काफी संवेदनशील भी होता है और पुरुषों को सेक्स में अतिरिक्त आनंद प्रदान करता है।

लेकिन कुछ पुरुषों में यह पट्टा काफी सख्त या छोटा हो सकता है, जिससे उन्हें अपनी फोरस्किन को आगे-पीछे करने में दर्द और मुश्किल हो सकती है। मेडिकल भाषा में इस समस्या को फ्रेनुलम ब्रेव कहा जाता है।

साथ ही, फ्रेनुलम के लिंग के मुठ से जुड़े होने के कारण, इसके छोटे होने पर फोरस्किन पूरी तरह से पीछे नहीं जा पाती और रक्त संचार में रूकावट बढ़ने के कारण लिंग अपनी क्षमता अनुसार पूरा लम्बा-मोटा नहीं हो पाता।

इसके कारण व्यक्ति को अपना लिंग खड़ा न कर पाने, लम्बे समय तक खड़ा न रख पाने, वीर्य जल्दी गिरने, नामर्दी और लम्बे समय तक सेक्स न कर पाने जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।

इसलिए, इस समस्या का तुरंत इलाज करवाना आवश्यकता है, नहीं तो यह आपमें कई जटिलताएं पैदा कर सकती है।

कैसे पता करें कि आपका फ्रेनुलम टाइट है?

फोरस्किन को लिंग के पूरा पीछे करने में कठिनाई होना, टाइट फ्रेनुलम का प्रमुख लक्षण है। ज्यादा कोशिश करने या जोर लगाने पर आपके लिंग का मुठ नीचे की झुक सकता है और आपको दर्द और असुविधा भी महसूस हो सकती है।

टाइट फ्रेनुलम का एक और बड़ा लक्षण है दर्दनाक सेक्स। सेक्स के दौरान या बाद में टाइट फ्रेनुलम के फटने और ब्लीडिंग होने का खतरा काफी ज्यादा होता है। आप स्पष्ट रूप से इसके कारण होने वाले दर्द की कल्पना तो कर ही सकते हैं।

ये मुख्य लक्षण हैं जो एक टाइट फ्रेनुलम वाले व्यक्ति को सामना करने पड़ते हैं। खैर, आपको इस दर्द और असुविधा को हमेशा के लिए सहन करने की आवश्यकता नहीं है। क्योंकि इसका इलाज काफी सरल और सस्ता है।

इसके इलाज के वारे में विस्तार से जानने से पहले इसके मुख्य कारणों का पता लगाना भी आवश्यक है। क्योंकि यदि किसी अन्य समस्या के कारण आपकी फ्रेनुलम टाइट हुई है तो उस समस्या का इलाज भी जरूरी है।

कारण

चूँकि फ्रेनुलम लिंग की फोरस्किन का एक छोटा सा हिस्सा होता है, इसलिए इसके कारण फाइमोसिस समस्या के सामान ही होते हैं। फाइमोसिस एक स्थिति है जिसमें पूरी फोरस्किन काफी टाइट होती है और इसको लिंग के मुठ के पीछे खींचना लगभग नामुमकिन होता है।

बैलेनाइटिस

यह लिंग के मुठ में होने वाली जलन और सूजन की समस्या होती है।

बिना खतना किये यानी फोरस्किन वाले पुरुषों में इसके होने की सम्भावना ज्यादा होती है।

इसके कारणों में स्किन विकार, संक्रमण, स्वच्छता में कमी, अनियंत्रित डायबिटीज और तेज साबुन का इस्तेमाल शामिल हैं।

बैलेनाइटिस में लिंग का मुठ रक्त की तरह लाल और काफी संवेदनशील व खुजलीदार हो जाता है। इसके कारण पूरे लिंग में सूजन, खुजली और दर्द हो सकता है।

यौन संचारित रोग

कुछ यौन संचारित रोग भी बैलेनाइटिस का कारण बन सकते हैं, जो फ्रेनुलम को और ज्यादा टाइट करने में योगदान देते हैं।

गोनोरिया, जननांग दाद, सिफलिस जैसे कुछ यौन संचारित रोग हैं जो फ्रेनुलम को टाइट विकसित होने की संभावनाओं को बढ़ाते हैं।

स्किन की समस्याएं

कुछ स्किन की समस्याएं हैं जो टाइट फ्रेनुलम की स्थिति का कारण बन सकती हैं या इसे और ज्यादा बिगाड़ सकती हैं।

इन समस्याओं में एक्जिमा (खुजली), लाइकेन स्क्लेरोसस, लाइकेन प्लानस और सोरायसिस स्किन की समस्याएं मुख्य हैं।

बालनोपोस्टाइटिस

बालनोपोस्टाइटिस में, लिंग के मुठ और फोरस्किन दोनों में सूजन और इन्फ्लेमेशन होने लगता है।

कैंडिडा नामक एक फंगल इन्फेक्शन बालनोपोस्टाइटिस का प्रमुख कारण है।

बालानोपोस्टाइटिस टाइट फ्रेनुलम के लिए एक और प्रमुख जोखिम कारक है।

टाइट फ्रेनुलम को ढीला करने के तरीके

टाइट फ्रेनुलम की समस्या को ठीक करने के लिए कुछ उपचार उपलब्ध हैं।

ऐसे कई मलहम और स्टेरॉयड क्रीम मौजूद हैं जो फ्रेनुलम के तनाव में राहत देने में मदद करते हैं।

यहाँ तक कि नियमित रूप से लिंग की मालिश करने और फोरस्किन को पीछे खींचने से भी इसे ढीला करने में काफी मदद मिल सकती है।

लेकिन कई मामलों में इनमें से कोई भी उपचार समस्या को पूरी तरह से ठीक करने और फोरस्किन को पूरी तरह से लिंग के पीछे तक ले जाने में मदद नहीं करता।

फ्रेनुलोप्लास्टी है सबसे कारगर उपचार

फ्रेनुलोप्लास्टी यानी फ्रेनुलम की सर्जरी इसे ढीला करने का सबसे कारगर, असरदार, त्वरित और सस्ता तरीका है।

यह एक विशेष तकनीक है जो फोरस्किन को निकाले बिना ही स्थिति का इलाज करती है।

खतना सर्जरी भी टाइट फ्रेनुलम के इलाज में मदद कर सकती है। लेकिन, न केवल यह फोरस्किन को पूरी तरह से हटा देती है, बल्कि फ्रेनुलोप्लास्टी के मुक़ाबले इसमें खर्चा और रिकवरी का समय काफी ज्यादा होता हैं। आपकी रिकवरी होने में कई हफ़्तों से लेकर महीनों लग सकते हैं।

वहीं दूसरी ओर फ्रेनुलोप्लास्टी 30 मिनट से भी कम समय की प्रक्रिया होती है, इसे करने के तुरंत बाद ही डॉक्टर कुछ दवाएं देकर आपकी छुट्टी कर देता है।

इसमें डॉक्टर आपको सिर्फ एक लोकल एनेस्थीसिया देकर फ्रेनुलम की एक खास जगह पर छोटा सा चीरा लगाएगा और फिर स्किन को जोड़ने के लिए 3-4 टांके लगाएगा। यह टांके अगले 7 दिनों में पूरी तरह से ठीक हो जायेंगे।

अधिक जानकारी के लिए पुणे के डॉक्टर सचिन कुबेर के द्वारा की गई फ्रेनुलोप्लास्टी की यह यूट्यूब वीडियो देखें। वीडियो में आप देखेंगे कि कैसे डॉक्टर ने बिना किसी ब्लड लॉस के 8 मिनट के अंदर फ्रेनुलम को पूरी तरह से ढीला कर दिया।

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