ओर्गाज्म (कामोन्माद) प्राप्त न कर पाने के कारण, अन्य लक्षण और इलाज

सेक्स के दौरान ओर्गाज्म या पूर्ण चरम सुख प्राप्त न कर पाने की समस्या को मेडिकल भाषा में ओर्गाज्मिक डिसफंक्शन या अनोर्गैस्मिया कहा जाता है।

इस समस्या में व्यक्ति को यौन उत्तेजना तो सही तरीके से होती है, लेकिन स्खलन के दौरान उसे पूर्ण सुख प्राप्त नहीं होता या उसे ऐसा लगता है कि कुछ बाकि रह गया।

आमतौर पर यह समस्या महिलाओं में ज्यादा आम है, लेकिन यह पुरुषों में भी हो सकती है।

ओर्गाज्म वो होता है जब आपको स्खलन के दौरान तीव्र सुख और मुक्ति की भावना होती है। अलग-अलग लोगों में इसकी तीव्रता, अवधि और आवृत्ति भिन्न हो सकती है।

कम यौन उत्तेजना के साथ भी ओर्गाज्म हो सकता है, लेकिन कभी-कभी बहुत अधिक उत्तेजना आवश्यक होती है।

कई महिलाओं को पर्याप्त यौन उत्तेजना के बाद भी अपने साथी के साथ ओर्गाज्म तक पहुंचने में कठिनाई होती है। अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ वर्मांट में हुए एक शोध के अनुसार 11 से 40 प्रतिशत महिलाओं में ओर्गाज्मिक डिसफंक्शन की समस्या होती है।

कारण

ओर्गाज्म प्राप्त न कर पाने के सही कारकों का पता लगाना काफी मुश्किल है। क्योंकि इसके होने के कई विस्तृत कारक हो सकते हैं, जिनमें शारीरिक, भावनात्मक या मनोवैज्ञानिक कारक शामिल हैं।

आमतौर पर इस समस्या के निम्न कारक हो सकते हैं:

  • मधुमेह जैसी क्रोनिक समस्या होना
  • अधिक उम्र
  • महिलाओं में कोई स्त्री रोग संबंधी सर्जरी का इतिहास, जैसे कि हिस्टेरेक्टॉमी जिसमें बच्चेदानी को निकाल दिया जाता है
  • कुछ मेडिकल दवाओं का सेवन, जैसे डिप्रेशन में SSRIs दवा लेना
  • कुछ सांस्कृतिक या धार्मिक विश्वास, जैसे सेक्स या हस्तमैथुन से सम्बंधित मलीन भावना
  • शर्मीला स्वभाव
  • मानसिक समस्यायें जैसे डिप्रेशन और तनाव
  • आत्मविश्वास में कमी
  • रिश्तों में खटाश होना, जैसे अनसुलझे विवाद या भरोसे की कमी

कभी-कभी, इन कारकों का एक संयोजन आपको ओर्गाज्म प्राप्त करने में बाधा डाल सकता है।

ओर्गाज्म प्राप्त न कर पाने से आप चिंता और तनाव से ग्रसित हो सकते हैं, जिससे समस्या और ज्यादा बिगड़ जाती है।

लक्षण

ओर्गाज्मिक डिसफंक्शन का मुख्य लक्षण यही होता है कि आप सेक्स के दौरान पूर्ण ओर्गाज्म तक नहीं पहुँच पाते। इसके अन्य लक्षणों में असंतोषजनक ओर्गाज्म होना या ओर्गाज्म तक पहुँचने में सामान्य से अधिक समय लगना शामिल है।

आपको यह समस्या सेक्स और हस्तमैथुन, दोनों परिस्थितियों में हो सकती है।

ओर्गाज्मिक डिसफंक्शन चार प्रकार के होते हैं:

  • प्राथमिक अनोर्गैस्मिया: ऐसी स्थिति जिसमें आपको कभी भी ओर्गाज्म नहीं हुआ हो।
  • माध्यमिक अनोर्गैस्मिया: अब ओर्गाज्म तक पहुंचने में कठिनाई होती है, लेकिन पहले आप इसे प्राप्त कर चुके हैं।
  • स्थितिजन्य अनोर्गैस्मिया: यह सबसे आम प्रकार का ओर्गाज्मिक डिसफंक्शन है। इसमें आपको केवल कुछ खास परिस्थितियों में ही ओर्गाज्म प्राप्त होता है, जैसे मुख मैथुन या हस्तमैथुन के दौरान।
  • सामान्य अनोर्गैस्मिया: किसी भी परिस्थिति में ओर्गाज्म प्राप्त करने में असमर्थ होना, तब भी जब आप अत्यधिक उत्तेजित हों या आपकी यौन उत्तेजना पर्याप्त हो।

पहचान

यदि आपको लगता है कि आपको ओर्गाज्मिक डिसफंक्शन है तो आपको एक डॉक्टर से मिलने की योजना बनानी चाहिए। डॉक्टर आपकी समस्या की पहचान करने और उचित उपचार प्रदान करने में सक्षम होगा।

इसलिए अपनी सेक्स लाइफ का पूरा आनंद प्राप्त करने के लिए डॉक्टर की मदद लेना सबसे कारगर तरीका होता है।

डॉक्टर आपके यौन इतिहास के बारे में कुछ प्रश्न पूछेगा और एक शारीरिक परीक्षण भी करेगा।

परिक्षण के परिणाम आपमें ओर्गाज्मिक डिसफंक्शन होने के किसी भी अंतर्निहित कारणों को प्रकट करेंगे और आपकी समस्या को और ज्यादा बिगाड़ने वाले अन्य कारकों की पहचान करने में मदद कर सकेंगे।

उपचार

ओर्गाज्मिक डिसफंक्शन का उपचार इसके कारकों पर निर्भर करता है। हो सकता है कि आपको निम्न उपचार करवाने की आवश्यकता हो:

  • कोई अन्य बीमारी या समस्या जिसके कारण आपमें ओर्गाज्मिक डिसफंक्शन हो रहा है, जैसे मधुमेह या हाई कोलेस्ट्रॉल
  • यदि आप कोई डिप्रेशन की दवायें ले रहे हैं, तो उनमें बदलाव करके
  • आपको संज्ञानात्मक व्यवहार थेरेपी (सीबीटी) या सेक्स थेरेपी देकर
  • लिंग की उत्तेजना (या महिलाओं में क्लाइटोरिस की उत्तेजना) बढ़ाने का उपचार

दोनों साथियों द्वारा कपल कॉउंसलिंग करना भी एक अन्य लोकप्रिय विकल्प है। एक काउंसलर आपके और आपके साथी के बीच किसी भी असहमति या संघर्ष का समाधान करने में मदद कर सकता है। इससे आपमें ओर्गाज्मिक डिसफंक्शन का कारण बनने वाले भावनात्मक कारकों को दूर करने में मदद मिलेगी।

कुछ मामलों में, एस्ट्रोजन हार्मोन थेरेपी मददगार हो सकती है। एस्ट्रोजन यौन इच्छा को बढ़ाने में मदद कर सकता है और जननांगों में रक्त संचार को बढ़ाकर उनकी संवेदनशीलता और उत्तेजना को बढ़ाता है।

एस्ट्रोजन हार्मोन थेरेपी में आपको गोली लेना, पैच पहनना या जननांगों पर जेल लगाना शामिल हो सकता है।

कुछ ओवर-द-काउंटर उत्पाद और सप्लीमेंट (जिन्हें लेने के लिए डॉक्टर के पर्चे की आवश्यकता नहीं होती) भी ओर्गाज्मिक डिसफंक्शन से पीड़ित पुरुषों और महिलाओं की मदद कर सकते हैं।

उत्तेजक तेल जैसे पतंजलि लिंग वर्धक तेल या अन्य प्राकृतिक तेल, लिंग को गर्म करते हैं और उत्तेजना को बढ़ाते हैं। ये तेल सेक्स और हस्तमैथुन के दौरान उपयोग करने के लिए फायदेमंद हो सकते हैं।

किसी भी ओवर-द-काउंटर उत्पाद, सप्लीमेंट या तेल का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। हो सकता है कि यह उपयोग करने के लिए 100% सुरक्षित हों, लेकिन फिर भी इनके कारण कुछ लोगों को एलर्जी हो सकती है या यह अन्य किसी दवा के साथ रिएक्शन कर सकते हैं।

निष्कर्ष

पूर्ण ओर्गाज्म प्राप्त न कर पाने की समस्या काफी निराशाजनक स्थिति हो सकती है और आपके सेक्सुअल रिश्ते पर बुरा असर डाल सकती है। हालाँकि, आप उचित उपचार के जरिये ओर्गाज्म तक पहुँचने में सक्षम हो सकते हैं।

यह बात ध्यान रखें कि इस समस्या में आप अकेले नहीं हैं, बल्कि कई पुरुषों और महिलाओं को अपने जीवन में इस समस्या का सामना करना पड़ता है।

यदि आपको ओर्गाज्मिक डिसफंक्शन है, तो थेरेपी आपमें विशेष रूप से मददगार हो सकती है। व्यक्तिगत या कपल थेरेपी में आपके सेक्स के नजरिये को भी बेहतर बनाया जाता है।

एक सेक्स थेरेपिस्ट से मिलने से आपको और आपके साथी को एक दूसरे की यौन जरूरतों और इच्छाओं के बारे में और जानने में मदद मिल सकती है।

इसमें आपको अपने किसी भी रिश्ते की खटाश या रोजमर्रा के तनावों का भी समाधान करने में मदद मिलेगी, जो अक्सर आपके ओर्गाज्म में बाधा बनते हैं।

आप हमारे इस ब्लॉग पर भी सेक्स हेल्थ से सम्बंधित जानकारी का भंडार पढ़कर अपना सेक्सुअल ज्ञान बढ़ा सकते हैं।

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