स्तंभन दोष दूर करने वाले 9 सबसे कारगर तरीके

आजकल पुरुषों में स्तंभन दोष या नामर्दी की समस्या होना काफी आम बात है।

इसको मेडिकल भाषा में इरेक्टाइल डिसफंक्शन कहा जाता है।

कई शोधों के अनुसार, हर दूसरा पुरुष अपने जीवन में कभी न कभी स्तंभन दोष का सामना करता है।

यह समस्या ज्यादातर 40 साल से अधिक उम्र के पुरुषों में देखी जाती है, लेकिन जवान पुरुषों को भी इसका सामना करना पड़ सकता है।

स्तंभन दोष का इलाज करने से पहले, इसकी पूरी जानकारी होना आवश्यक होता है।

जब सम्भोग के समय लिंग पूरी तरह से खड़ा नहीं होता और वीर्य जल्दी गिर जाता है, तो इस अवस्था को स्तंभन दोष कहा जाता है।

साथ ही, इस समस्या में पुरुष का स्खलन पूर्ण रूप से नहीं होता और उसे सेक्स का पूरा आनंद नहीं मिलता।

स्तंभन दोष होने के कई कारण हो सकते हैं, जिनको मुख्य रूप से दो भागों में बांटा गया है – शारीरिक और मनोवैज्ञानिक।

BBC हेल्थ के अनुसार लगभग 70% स्तंभन दोष के मामले शारीरिक कारणों से होते हैं और 30% मनोवैज्ञानिक कारणों से।

  • शारीरिक कारण – उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर), हाई कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज, रक्त नलिकाओं का सिकुड़ना, बढ़ती उम्र, सर्जरी, चोट, थाइरोइड प्रॉब्लम्स, किडनी प्रॉब्लम्स, अत्यधिक धूम्रपान, मोटापा, अत्यधिक शराब का सेवन, शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की कमी, प्रोस्टेट कैंसर, बड़ा हुआ प्रोस्टेट और कुछ दवाओं के सेवन से नपुंसकता हो सकती है।
  • मनोवैज्ञानिक कारण – चिंता, डिप्रेशन, तनाव और अन्य मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम्स।

ऊपर दिए गए कारणों को ठीक करके, स्तंभन दोष को भी ठीक किया जा सकता है।

इसके अलावा, आप अपनी जीवनशैली में कुछ बदलाव लाकर और कुछ प्राकृतिक व मेडिकल उपायों को अपनाकर भी स्तंभन दोष से छुटकारा पा सकते हैं।

स्तंभन दोष से छुटकारा पाने के लिए, आप निचे दिए गए उपचारों को अपना सकते हैं –

  1. डॉक्टर से बात करें
  2. रोज व्यायाम करें
  3. मोटापा कंट्रोल करें
  4. धूम्रपान न करें
  5. शराब से दूर रहें
  6. केगेल एक्सरसाइज करें
  7. तनाव पर काबू पाएं
  8. दवाएँ खाएं
  9. पेनिस पंप का उपयोग करें

डॉक्टर से खुलकर बात करें

डॉक्टर से खुलकर बात करें

हो सकता है, कि यह किसी और गंभीर बीमारी का शुरुआती लक्षण हो।

इसलिए, यदि आप स्तंभन दोष के शिकार हैं, तो सबसे पहले डॉक्टर से उचित जाँच कराएँ और अपनी समस्या के बारे में खुलकर बात करें।

अपने डॉक्टर को अपनी मेडिकल हिस्ट्री के बारे में पूरी जानकारी दें।

यदि आप हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल या हाई शुगर के मरीज हैं, तो हो सकता है कि आपके हार्ट की नलिकाएं डैमेज हो गई हों, जिसके कारण आपके लिंग के रक्त संचार में रुकावट आ रही हो।

दिल की बीमारियाँ और डायबिटीज, ऐसी दो मुख्य बीमारियाँ हैं, जिनके कारण रक्त संचार बाधित हो सकता है।

यदि आपको इनमें से कोई एक बीमारी है, तो इसका उचित उपचार करके आप स्तंभन दोष से छुटकारा पा सकते हैं।

रोज व्यायाम करें

रोज व्यायाम करें

आजकल की लाइफस्टाइल के कारण, कई पुरुषों को अपने जीवन में कभी न कभी स्तंभन दोष की समस्या का सामना करना पड़ता है।

हार्वर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा किये गए एक शोध के अनुसार, जो पुरुष रोज कम से कम 30 मिनट के लिए व्यायाम और योग करते हैं, उनमें व्यायाम न करने वाले पुरुषों के मुकाबले, स्तंभन दोष होने की सम्भावना 41% कम होती है।

नियमित व्यायाम करने से, रक्त संचार ठीक होता है और शरीर के प्रत्येक अंग को पर्याप्त रक्त मिलता है।

लिंग एक ब्लड की थैली जैसा होता है, जिसमें जितना ज्यादा ब्लड भरता है वह उतना ही ज्यादा खड़ा होता है और पुरुष को ज्यादा मजा आता है।

संभोग के समय स्खलन को लंबे समय तक रोके रखने के लिए भी लिंग में रक्त संचार ठीक होना जरूरी होता है।

इसलिए रोज सुबह जल्दी उठें और कम से कम एक घंटे के लिए व्यायाम और योग करें।

अपने मोटापे नियंत्रण में रखें

अपने मोटापे नियंत्रण में रखें

मोटापा और अधिक वजन आपकी रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुँचाकर और टेस्टोस्टेरोन के स्तर को कम करके आपको नामर्द बना सकता है।

मोटापे के कारण व्यक्ति को हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल, फ्री रेडिकल्स और ब्लड में ट्राइग्लिसराइड बढ़ने की समस्याएं हो जाती है, जो रक्त कोशिकाओं को नुकसान पहुँचा सकती हैं।

शरीर में मौजूद फ्री रेडिकल्स ऊतकों को डैमेज करते हैं।

हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और हाई कोलेस्ट्रॉल, व्यक्ति में स्तंभन दोष होने के सबसे बड़े कारण होते हैं।

इसलिए मोटे पुरुषों में स्तंभन दोष होने की सम्भावना काफी ज्यादा होती है।

साथ ही, मोटापे के कारण व्यक्ति की सेक्सुअल लाइफ पर भी काफी बुरा असर पड़ता है।

अपने मोटापे और पेट की चर्बी को कम करने के लिए, नियमित व्यायाम करें और हेल्थी भोजन का सेवन करें।

अपनी डाइट में आप फलों, सब्जियों, साबुत अनाज, लीन प्रोटीन और हेल्थी फैट्स को ज्यादा शामिल करें।

साथ ही, मोटापा कंट्रोल करने के लिए निम्न बातों का भी ध्यान रखें –

  • प्रोसेस्ड फूड्स से दूर रहें। रिफाइंड शुगर और आटे से बने खाद्य पदार्थों का सेवन न करें।
  • हाई कैलोरी ड्रिंक्स का सेवन न करें, इनकी जगह पानी या शुगर फ्री चाय का सेवन करें।
  • अपने स्नैक्स फास्ट फूड्स और अत्यधिक शुगर युक्त ड्रिंक्स की जगह हेल्थी खाद्य पदार्थ जैसे अखरोट, बादाम, गाजर, सेबफल आदि का सेवन करें।

धूम्रपान छोड़ दें

धूम्रपान छोड़ दें

धूम्रपान करने से आपके शरीर के लगभग हर हिस्से को नुकसान पहुँच सकता है।

सिगरेट के धुएं में मौजूद केमिकल, आपकी रक्त वाहिकाओं की परत को डैमेज कर देते हैं, जिससे उनके कामकाज पर बुरा असर पड़ता है और आपमें स्तंभन दोष होने लगता है।

यह बात एक शोध के जरिये भी साबित हुई है।

अमेरिकन जर्नल में हुए एक शोध में भी धूम्रपान करने वाले पुरुषों में, स्तंभन दोष होने की सम्भावना को ज्यादा पाई गया।

हालाँकि, समय रहते धूम्रपान छोड़ देने से, कुछ हद तक स्तंभन दोष के लक्षणों को ठीक किया जा सकता है।

लेकिन आपकी अधिक आयु, धूम्रपान छोड़ने से पहले आपमें स्तंभन दोष की गंभीरता और अन्य प्रमुख स्वास्थ्य समस्याएं, इसे पूरी तरह से ठीक होने से रोक सकती हैं।

एक अन्य शोध के अनुसार, अत्यधिक या लम्बे समय से धूम्रपान करते आ रहे पुरुष यदि इसे छोड़ भी दें, तब भी उसके केमिकल आपके दिल, दिमाग, किडनी और पूरे शरीर के अन्य ऊतकों को पहले ही स्थाई नुकसान पहुँचा चुके होते हैं।

इसलिए जितना जल्दी हो सके उतना जल्दी धूम्रपान छोड़ने की कोशिश करें।

यदि आप काफी ज्यादा या लम्बे समय से धूम्रपान करते आ रहे हैं, तो इसे छोड़ने के साथ-साथ अपने डॉक्टर से इरेक्टाइल डिसफंक्शन का इलाज भी करवाएं।

यदि आपने धूम्रपान छोड़ने की काफी कोशिश करके देख ली और आप हमेशा असफल रहते हैं, तो ऐसा न माने कि इसे छोड़ना असंभव है।

अनुभवी डॉक्टर्स धूम्रपान छोड़ने के लिए निम्न स्टेप्स का पालन करने की सलाह देते हैं –

  1. अपने धूम्रपान छोड़ने के कारणों की एक लिस्ट बनायें, जिसमें स्तंभन दोष भी एक मुख्य कारण होगा। उन कारणों की भी लिस्ट बनायें जिनकी वजह से आपके पहले छोड़ने के प्रयास असफल हुए हों।
  2. आपकी धूम्रपान की इच्छा को उत्तेजित करने वाले कारकों पर ध्यान दें, जैसे शराब, गुटखा या चाय पीना।
  3. अपने परिवार और दोस्तों से मदद लें। यह स्वीकार करना ठीक है, कि आपको धूम्रपान जैसी शक्तिशाली लत पर काबू पाने में सहायता की आवश्यकता है।
  4. अपने डॉक्टर से उन दवाओं के बारे में बात करें, जो धूम्रपान बंद करने में मदद कर सकती हैं। आजकल बाजार में उपलब्ध निकोटिन टेबलेट्स धूम्रपान की तीव्र इच्छा को कंट्रोल करने में मदद कर सकती हैं।
  5. ऐसी गतिविधियों में अपना मन लगायें, जो धूम्रपान करने की लालसा से आपका मन भटकाती हों। जैसे हॉबी, एक्सरसाइज या स्पोर्ट्स।
  6. आगे आने वाली लालसाओं और असफलताओं के लिए तैयार रहें। सिर्फ इसलिए कि आप अपने आप को नहीं रोक पाए और आपने एक सिगरेट पी ली, इसका मतलब यह नहीं कि आप ट्रैक पर वापस नहीं आ सकते हैं और सफल नहीं हो सकते।

शराब से दूर रहें

शराब से दूर रहें

अत्यधिक शराब का सेवन और स्तंभन दोष में काफी गहरा सम्बन्ध होता है।

यहाँ तक कि शोध से भी यह साबित हुआ है, कि जो पुरुष शराब पर निर्भर रहते हैं, उनमें सेक्स से सम्बंधित समस्याएं होने की सम्भावना 70 से 80 प्रतिशत ज्यादा होती है।

इनमें सबसे मुख्य समस्याएं स्तंभन दोष, वीर्य जल्दी गिरना और सेक्स इच्छा में कमी आना हैं।

सेक्स के दौरान व्यक्ति का लिंग तब खड़ा होता है, जब दिमाग इसमें ब्लड भरने के सिग्नल भेजता है।

लेकिन अत्यधिक शराब का सेवन, इन सिग्नल को भेजने वाले वाहकों को ब्लॉक करने लगता है, जिससे व्यक्ति का लिंग ठीक से खड़ा नहीं हो पाता और वो स्तंभन दोष का शिकार हो जाता है।

इसके अलावा, लम्बे समय तक शराब का सेवन करने से, टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम होने लगता है, जो स्तंभन दोष का एक मुख्य कारण है।

इसलिए जितना जल्दी हो सके उतना जल्दी शराब को छोड़ने की कोशिश करें।

केगेल एक्सरसाइज करें

पेल्विक फ्लोर (Pelvic Floor) मसल्स को एक्सरसाइज कराएँ

पेल्विक फ्लोर मसल्स, मूत्र मार्ग के पिछले हिस्से में मौजूद होती हैं। इनको मजबूत बनाने की एक्सरसाइज को केगेल एक्सरसाइज कहा जाता है।

उत्तेजना के दौरान यह मसल्स लिंग की रक्त नलिकाओं पर दबाव डालकर रक्त को बाहर निकलने से रोकती हैं, जिससे पूर्ण स्खलन होने तक लिंग उत्तेजित रहता है।

जो पुरुष अपनी पेल्विक फ्लोर मसल्स को नियमित रूप से एक्सरसाइज कराते हैं, उन्हें नपुंसकता का इलाज करने में ज्यादा सफलता मिलती है।

इसे लिंग बढ़ाने की एक्सरसाइज के रूप में भी फायदेमंद माना जाता है।

पेल्विक फ्लोर मसल्स को एक्सरसाइज कराने के लिए, केगल एक्सरसाइज का इस्तेमाल किया जाता है।

इस एक्सरसाइज को करने का तरीका नीचे दिया जा रहा है –

पेल्विक मसल्स का मुख्य काम, लिंग और गुदा द्वार को बंद करना और खोलना होता है। हमारा शरीर शौच और पेशाब को रोके रखने के लिए भी इन्ही मसल्स का इस्तेमाल करता है।

इसलिए इन मसल्स का पता लगाने का सबसे आसान और कारगर तरीका होता है, जब भी आपको तेज पेशाब या शौच लगे, तो जिन मसल्स के जरिये आप इसे रोके रखते हैं उनका अनुभव करें।

ज्यादातर लोग इस तरीके से अपनी पेल्विक मसल्स खोज लेते हैं।

इन मसल्स को सिकोड़ें और कुछ देर के लिए होल्ड करें। फिर इन्हें ढीला छोड़ दें। ऐसा कम से कम 15-20 बार करें।

इस एक्सरसाइज को रोज नियमित रूप से करने पर धीरे-धीरे आपकी वीर्य को रोके रखने की क्षमता बढ़ जाएगी।

यह एक्सरसाइज करने में तो काफी आसान है और आप कहीं भी रहकर इसे कर सकते हैं, लेकिन उचित परिणाम नजर आने में आपको काफी समय लग सकता है।

क्योंकि पेल्विक मसल्स काफी धीरे-धीरे मजबूत होती हैं।

इसलिए धैर्य रखें और इस एक्सरसाइज को नियमित रूप से करें।

तनाव पर काबू पायें

तनाव पर काबू पायें

तनाव और चिंता जैसी मानसिक समस्याएं भी, सेक्स के दौरान लिंग में रक्त भरने के दिमाग के सिग्नल को ब्लॉक कर सकती हैं।

एक शोध के अनुसार, PTSD से पीड़ित पुरुषों में स्तंभन दोष होने की सम्भावना तीन गुना से भी ज्यादा होती है।

PTSD एक मानसिक समस्या होती है, जिसमें व्यक्ति किसी भयानक घटना का अनुभव करने के बाद, काफी लम्बे समय तक इससे उभर नहीं पाता।

लंबे समय तक तनाव और चिंता में रहने से, कुछ हार्मोन के स्तर बढ़ सकते हैं और शरीर की प्रक्रियाओं में हस्तक्षेप कर सकते हैं।

इसके कारण अन्य हेल्थ समस्याएँ भी हो सकती हैं, जो आखिर में स्तंभन दोष का कारण बन सकती हैं।

यदि आप अपने तनाव को काबू में करना सीख लें, तो आपको अपना सेक्स टाइम बढ़ाने में भी काफी मदद मिलेगी।

इसलिए अपने जीवन में तनाव लाने वाली सबसे मुख्य वजहों के बारे में अभी सोचें।

तनाव पर काबू करने के लिए आप नीचे दी गई स्टेप्स अपना सकते हैं –

  • यदि आप सुबह से शाम तक अपने काम में व्यस्त रहते हैं, तो बीच-बीच में अपने आप को थोड़ा आराम दें और 5 मिनट के लिए अपनी सभी चिंताओं को भुलाकर मेडिटेशन करें। अच्छे रिजल्ट पाने के लिए मेडिटेशन करने की उचित ट्रेनिंग लें।
  • रोज रात को सोते समय, अपने दिमाग को पूरी तरह से खाली रखें और किसी चीज के बारे में न सोचें। ऐसा करने से आपको अच्छी नींद आयेगी और तनाव दूर होगा।
  • रोज रात को जल्दी सोयें और सुबह जल्दी उठें। सुबह उठकर योग और व्यायाम करें।
  • परिस्थिति चाहे कोई भी हो, खुश रहने के लिए प्रतिबद्ध रहें। क्योंकि सुख और दुःख हमारी सोच पर निर्भर करता है, न कि हमारी परिस्थिति पर।

माइंडफुलनेस अपनाएं​

क्या सेक्स के दौरान आपका मन इधर उधर की चिंताओं के कारण विचलित हो जाता है, जिससे आप सेक्स का पूरा आनंद नहीं उठा पाते।

यदि हाँ तो आपको माइंडफुलनेस का अभ्यास करना चाहिए।

अपने आप को फिजिकली और मेंटली वर्तमान में रखना और किये जा रहे कार्य में अपना पूरा ध्यान लगाने की प्रक्रिया को माइंडफुलनेस कहते हैं।

इसके अभ्यास से आपका तनाव कम होगा और सेक्स में दिल लगेगा। सेक्स के अलावा माइंडफुलनेस आपकी अन्य कार्यों को करने की क्षमता को भी बढ़ाता है।

यदि आपने अपने जीवन में माइंडफुलनेस को अपना लिया तो अपने हर कार्य में अपना 100% दे पाएंगे और हमेशा सुखी रहेंगे।

  • किसी भी कार्य को करते समय अन्य बातों को न सोचें और अपने काम में पूरा ध्यान लगायें। शुरुआत में हो सकता है कि आपको असफलता हासिल हो, लेकिन धीरे-धीरे अभ्यास करने से आप सफल जरूर होंगें।
  • सेक्स में अपना मन बनाये रखने के लिए रोज नए-नए प्रैक्टिकल करें। जैसे हर रोज अलग-अलग सेक्स पोजीशन अपनाना, आयल मसाज करना आदि।

अपने साथी के साथ बात करें​

क्या आपको लगता है कि आपका साथी आपके सेक्सुअल परफॉरमेंस को लेकर खुश नहीं है?

यदि आप इस बात से चिंतित रहते हैं कि आप अपने साथी को उसकी इच्छा अनुसार पूर्ण संतुष्ट नहीं कर पाते, तो ऐसे में आपके लिंग का पूरी तरह से खड़ा न हो पाना स्वभाविक है। मेडिकल भाषा में इसे “performance anxiety (प्रदर्शन की चिंता)” कहा जाता है।

इस समस्या का सबसे अच्छा समाधान है कि आप अपने पार्टनर से खुलकर बात करें।

ऐसा करने से आपको अपने पार्टनर की सेक्स इच्छाओं के बारे में पता चलेगा, जिससे आप उसको आसानी से पूर्ण संतुष्टि दे पायेंगें और आपकी चिंता दूर होगी।

सेक्स के बारे में और अधिक जानें​

यदि आपके मन में सेक्स के प्रति काफी गहरी चिंता और अपराध की भावना है, तो इसके कारण भी आपको स्तंभन दोष हो सकता है।

आप सेक्स के बारे में जितना अधिक जानेंगें, अपने शरीर के प्रति उतना ही अधिक कम्फर्टेबल महसूस करेंगें और अपनी जरूरतों के बारे में अधिक समझ पायेंगे।

सेक्स तकनीकों, पोजीशन्स, इमोशन्स, शरीर की सेक्सुअल रचना आदि के बारे में पढ़ें। इसमें कामसूत्र की किताब काफी फायदेमंद साबित हो सकती है।

दवाएँ खायें

यदि आप स्तंभन दोष के इलाज के विकल्पों की तलाश कर रहे हैं, तो नीचे दी गई जानकारी पढ़ें। इन दवाओं को कैसे लेना है और इनके दुष्प्रभाव क्या हैं, इसकी पूरी जानकारी हम यहाँ देंगे, जिससे आपको अपने लिए कारगर विकल्प चुनने में मदद मिलेगी।

स्तंभन दोष के इलाज के लिए कई तरह की दवाओं का इस्तेमाल किया जाता है। प्रत्येक दवा अलग-अलग तरह से काम करती है, लेकिन यह सभी मूल रूप से लिंग में ब्लड सर्कुलेशन को उत्तेजित करके नामर्दी से छुटकारा दिलाने में मदद करती हैं।

सबसे लोकप्रिय दवाएँ फॉस्फोडिएस्टरेज़ टाइप 5 (PDE 5) अवरोधक की श्रेणी में आती हैं। यह शरीर में स्तंभन दोष को पैदा करने वाले एंजाइम्स की गतिविधि को रोकती हैं।

हालाँकि यदि आपको कुछ स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हैं, तो आपको दवाएँ लेना सुरक्षित नहीं होगा। उदाहरण के लिए, यदि आपको कोई दिल की बीमारी है, तो इन दवाओं का प्रभाव कम होगा।

इसलिए अपने डॉक्टर को उन सभी स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में बताएं जो आपको हैं और आप इनके लिए कौनसी दवाएँ ले रहे हैं। यह जानकारी आपके डॉक्टर को यह तय करने में मदद कर सकती है कि कौन सी दवा आपके लिए सर्वोत्तम है।

Alprostadil​

Alprostadil

Alprostadil दवा इंजेक्शन के रूप में उपलब्ध होती है जिसे लिंग पर लगाया जाता है।

सेक्स करने से 5 से 20 मिनट पहले इस इंजेक्शन को लिंग पर लगाया जाता है। आप इसे हफ्ते में तीन बार आवश्यकतानुसार उपयोग कर सकते हैं। लेकिन दो इंजेक्शन के बीच कम से कम 24 घंटे का अंतराल देना चाहिए।

इस दवा के सबसे आम साइड इफ़ेक्ट हैं – लिंग और अंडकोष में दर्द और मूत्रमार्ग में जलन होना।

Avanafil​

Avanafil

Avanafil एक PDE5 अवरोधक है जो मौखिक दवा के रूप में उपलब्ध होती है। आपको इसे सेक्स करने से 15 मिनट पहले सेवन करना है। इसे दिन में एक बार से ज्यादा नहीं लेना है।

यदि आप दिल की बीमारी के इलाज के लिए नाइट्रेट ले रहे हैं, तो आपको किसी भी PDE5 अवरोधक का उपयोग नहीं करना चाहिए। नाइट्रेट्स के कुछ उदाहरण हैं isosorbide mononitrate (Monoket) और nitroglycerin (Nitrostat)। एवनाफिल के साथ नाइट्रेट लेने से ब्लड प्रेशर गंभीर रूप से लो हो जाता है और यहाँ तक कि मृत्यु भी हो सकती है।

इस दवा के अन्य साइड इफेक्ट्स निम्न हैं:

  • सिरदर्द
  • स्किन लाल पड़ जाना
  • नाक बंद होना और बहना
  • पीठ में दर्द
  • गले में खराश

Sildenafil​

Sildenafil

Sildenafil को वियाग्रा के नाम से काफी जाना जाता है और यह भी एक PDE5 अवरोधक होता है। यह सिर्फ मौखिक टेबलेट्स के रूप में उपलब्ध होता है।

इसे आपको सेक्स से 30 मिनट पहले लेना है और 24 घंटे में एक बार से ज्यादा नहीं लेना है।

इस दवा के साइड इफेक्ट्स निम्न हैं:

  • सिरदर्द
  • स्किन में लालिमा
  • नाक बहना
  • पेट ख़राब होना
  • मांशपेशियों में दर्द
  • दृष्टि में बदलाव, जैसे रंगों को न पहचान पाना

Cialis (Tadalafil)​

Cialis (Tadalafil)​

Cialis भी एक मौखिक दवा होती है जो पूरे शरीर के ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाती है। इस PDE5 अवरोधक को सेक्स के 30 मिनट पहले लेना चाहिए और दिन में एक बार से ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए। इसका प्रभाव लगभग 36 घंटों तक रहता है।

इस दवा के भी वियाग्रा जैसे साइड इफेक्ट्स होते हैं।

टेस्टोस्टेरोन​

टेस्टोस्टेरोन पुरुषों का सबसे मुख्य सेक्स हॉर्मोन होता है। यह शरीर के सम्पूर्ण स्वास्थ्य में भी कई भूमिकाएँ अदा करता है।

उम्र बढ़ने के साथ-साथ टेस्टोस्टेरोन का स्तर स्वाभाविक रूप से कम होता जाता है। यह बदलाव स्तंभन दोष और अन्य समस्याओं को जन्म दे सकता है, जैसे:

स्तंभन दोष के इलाज के लिए डॉक्टर्स कभी-कभी टेस्टोस्टेरोन लेने की सलाह देते हैं। वास्तव में, टेस्टोस्टेरोन की कमी वाले स्तंभन दोष के शिकार पुरुषों में, टेस्टोस्टेरोन थेरेपी के साथ पीडीई 5 अवरोधक उपयोग किए जाने पर, वह सबसे ज्यादा प्रभावी होते हैं।

हालाँकि टेस्टोस्टेरोन की दवाओं के कई जोखिम होते हैं।

टेस्टोस्टेरोन दिल के दौरे या स्ट्रोक की संभावना को बढ़ा सकता है। इन जोखिमों के कारण, डॉक्टर्स का कहना है कि “किसी स्वास्थ्य समस्या के कारण कम कम हुए टेस्टोस्टेरोन वाले पुरुषों को ही इसकी दवाओं का उपयोग करना चाहिए”।

इसलिए डॉक्टर आपको टेस्टोस्टेरोन की दवा लिखने से पहले आपकी गहराई से जाँच करेगा। वह आपमें टेस्टोटेरोन के स्तर की जाँच करेगा और दवा लेने के हर दो-तीन दिन में दोबारा जाँच करवाने की सलाह देगा। यदि बाद में आपमें टेस्टोस्टेरोन का स्तर काफी ज्यादा पाया जाता है तो वह दवा के डोज को कम कर देगा।

टेस्टोस्टेरोन की दवा के निम्न साइड इफ़ेक्ट हो सकते हैं:

  • शरीर में दर्द
  • पुरुष स्तनों का महिलाओं की तरह फूलना
  • प्रोस्टेट ग्लैंड का बढ़ना
  • शरीर के द्रव्यों में रुकावट आना जिससे कहीं भी अपनेआप सूजन पैदा हो जाना
  • मूड में बार-बार बदलाव होना
  • नींद के दौरान साँसे फूलना

स्तंभन दोष के लिए टेस्टोस्टेरोन की दवाएँ कई नामों से आती हैं। आप अपने डॉक्टर से सलाह लेकर अपने लिए उचित दवा लिखवा सकते हैं।

दवा लेने से पहले निम्न बातों का ध्यान रखें​

  • कृपया ध्यान रखें, सिर्फ कुछ समय के लिए मर्दानगी को बढ़ाने वाली मेडिसिन्स लेने के बजाय डॉक्टर से अपनी स्तंभन दोष के सही कारणों को जाने और उनकी मेडिसिन्स लें।
  • हो सकता है कुछ मर्दानगी बढ़ाने वाली मेडिसिन्स आपके लिए काम न करें। या यह भी हो सकता है कि यह मेडिसिन्स आपके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालें। इसलिए इनको लेने से पूर्व डॉक्टर से पूरी जानकारी ले लें।
  • यदि आप अन्य मेडिसिन्स ले रहे हैं या आपको पहले से कोई दिल की बीमारी है तो इन दवाओं का सेवन न करें।

पेनिस पंप

पेनिस पंप

पेनिस पंप एक उपकरण होता है जिसका उपयोग वैक्यूम के माध्यम से लिंग में ब्लड खींचकर लिंग को पूरा खड़ा करने के लिए किया जाता है।

हालाँकि इससे आपका स्तंभन दोष तो ठीक नहीं होगा, लेकिन कुछ समय के लिए आपकी सेक्स करने की क्षमता जरूर बढ़ेगी।

इसके अलावा, पेनिस पंप का उपयोग करके स्तंभन दोष के उपचार की प्रभावशीलता को बढ़ाया जा सकता है।

पेनिस पंप कैसा दिखता है?​

पेनिस पंप तीन अलग-अलग भागों से बना होता है:

  1. एक प्लास्टिक ट्यूब जिसमें आपके लिंग को डाला जाता है।
  2. एक पंप जो ट्यूब से जुड़ा होता है और हाथ या बैटरी द्वारा संचालित होता है।
  3. एक रिंग जिसे लिंग के आधार पर लगाया जाता है।

पेनिस पंप का उपयोग कैसे करते हैं?​

सबसे पहले पानी में घुलनशील जेली या लुब्रीकेंट को लिंग के आधार पर लगाएं ताकि उसपर वाटर-टाइट सील बन जाये।

फिर अपने लिंग को ट्यूब में रखें और हवा को धीरे-धीरे बाहर निकालें। ऐसा करने से आपके लिंग में ब्लड भरने लगता है।

इसके बाद रिंग को लिंग के आधार पर पहन लें, ताकि लिंग लम्बे समय तक खड़ा रहे। इसके बाद आप ट्यूब को निकाल सकते हैं।

इस तरीके से ज्यादातर पुरुष अपने लिंग को लगभग 30 मिनट तक खड़ा रख सकते हैं। हालांकि, रिंग को लम्बे समय तक लगाए रखने से सर्कुलेशन पूरी तरह से बंद हो सकता है और लिंग सुन्न हो सकता है। साथ ही, लिंग में चोट लगने का खतरा भी रहता है।

इसलिए सेक्स करने के तुरंत बाद रिंग को निकाल दें।

निष्कर्ष​

पुरुषों में स्तंभन दोष होने के कई कारण हो सकते हैं, इसलिए इसका उचित उपचार कराने के लिए पहले डॉक्टर से अपनी पूरी जाँच करवाना जरूरी होता है। आपकी पूरी जाँच करने के बाद ही डॉक्टर आपमें स्तंभन दोष के कारणों का पता लगा सकेगा और सही उपचार बता सकेगा।

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