लिंग के मुठ पर सफेद दाने होने के कारण, अन्य लक्षण और इलाज

लिंग के मुठ पर सफेद दाने बनने की समस्या को मेडिकल भाषा में पर्ली पेनाईल पैप्युल्स (Pearly Penile Papules) या हिर्सुटॉइड पेपिलोमास (hirsutoid papillomas) भी कहा जाता है।

यह दाने साइज में छोटे होते हैं, आधार पर स्किन के रंग के समान होते हैं और सिरे पर सफेद होते हैं। यह मुँहासों की तरह स्किन से बाहर निकले होते हैं, लेकिन इनमें मवाद नहीं बनता।

हालांकि ये छोटे दाने दिखने में खतरनाक लग सकते हैं, लेकिन यह हानिरहित होते हैं और उम्र बढ़ने के साथ फीके पड़ते जाते हैं।

न्यूजीलैंड के स्किन रोग विशेषज्ञ डॉ मार्क डफिल के अनुसार अक्सर यह समस्या 8 से 43 प्रतिशत पुरुषों में देखी जाती है।

आमतौर पर यह दाने यौवनावस्था के बाद दिखाई देते हैं, और उन पुरुषों में ज्यादा सामान्य होते हैं जिनका खतना नहीं हुआ है। हालाँकि यह किसी भी पुरुष में हो सकते हैं।

लक्षण

लिंग पर सफेद दाने होने से आपको कोई अन्य हानिकारक लक्षण नहीं होते, और जब यह दाने एक बार बन जाते हैं तो यह आकार में ज्यादा फैलते या बढ़ते नहीं हैं।

यह दाने न तो संक्रामक होते हैं और न ही दर्दनाक।

पर्ली पेनाईल पैप्युल्स के सफेद दानों को आप निम्न विशेषताओं द्वारा पहचान सकते हैं:

  • यह चिकने और मुलायम होते हैं।
  • दिखने में यह छोटे धब्बों या धागों की तरह होते हैं।
  • इनका व्यास 1 से 4 मिलीमीटर होता है।
  • यह लिंग मुठ के आधार के चारों ओर एक या दो पंक्तियों में बनते हैं।

यदि आप कभी भी अपने जननांगों पर या उसके आस-पास कोई दाने, धक्के, मलीनीकरण, या अन्य असामान्य लक्षण विकसित होते हुए देखते हैं, तो पहचान के लिए डॉक्टर से जाँच करवाएं।

हालाँकि पर्ली पेनाईल पैप्युल्स के दाने काफी सौम्य, हानिरहित और दर्दरहित होते हैं, लेकिन जननांगों में कोई भी असामान्य बदलाव चिंता का कारण बन सकता है। इसलिए डॉक्टर से जाँच कराने में संकोच न करें।

एक यूरोलॉजिस्ट से मिलना सबसे अच्छा विकल्प होता है, क्योंकि वह पुरुष व महिलाओं के प्रजनन अंगों के स्वास्थ्य और मूत्र प्रणाली को प्रभावित करने वाली स्थितियों में माहिर होता है। हालाँकि शुरुआत में आप एक प्राथमिक चिकित्सक के पास जा सकते हैं।

कारण

कभी-कभी पर्ली पेनाईल पैप्युल्स के दानों को गलती से यौन संचारित रोग या खराब स्वच्छता का संकेत समझ लिया जाता है। लेकिन इस स्थिति का कोई बाहरी कारक नहीं होता और न ही यह किसी संक्रमण या अन्य अंतर्निहित समस्या का परिणाम होता है। यह दानें न तो घातक होते हैं और न ही लिंग कैंसर के लक्षण

अमेरिकन यूरोलॉजिकल एसोसिएशन का सुझाव है कि पर्ली पेनाईल पैप्युल्स के दाने पुरुष के जन्म से पहले ही भ्रूण के विकास के दौरान बन सकते हैं।

हालाँकि इनके बनने का सटीक कारण ज्ञात नहीं है, लेकिन ज्यादातर स्वास्थ्य विशेषज्ञ इस बात से सहमत हैं कि पर्ली पेनाईल पैप्युल्स के दाने व्यक्ति की एक सामान्य शारीरिक संरचना का हिस्सा हो सकते हैं।

उपचार

एक बार पर्ली पेनाईल पैप्युल्स के दानों की सही पहचान हो जाने के बाद, इनके इलाज की कोई आवश्यकता नहीं होती।

आमतौर पर डॉक्टर केवल देखकर इनकी पहचान कर लेता है। इन दानों को लिंग के वायरल मस्सों और संक्रमणों से अलग करना आसान होता है।

यदि डॉक्टर को संदेह होता है कि दाने किसी अन्य खतरे का संकेत हो सकते हैं, तो वह इनके नमूने की बायोप्सी कर सकता है। बायोप्सी में डॉक्टर माइक्रोस्कोप के जरिये नमूने में मौजूद बैक्टीरिया आदि की जाँच करता है।

हालाँकि लिंग के मुठ में मौजूद पर्ली पेनाईल पैप्युल्स के सफेद दानों का उपचार करवाना आवश्यक नहीं होता, लेकिन इसके कुछ उपचार उपलब्ध हैं। यदि इस स्थिति के कारण आपको चिंता और तनाव होता है, तो आप निम्न उपचार अपना सकते हैं:

  • कार्बन डाइऑक्साइड लेजर सर्जरी: कार्बन डाइऑक्साइड लेजर सटीक इंफ्रारेड ऊर्जा उत्पन्न करती है, जो दानों को पिघलाने में मदद कर सकती है। आमतौर पर यह प्रक्रिया सुरक्षित और प्रभावी होती है।
  • रेडियोसर्जरी: इस सर्जरी में रेडिएशन स्किन में फ्री रेडिकल्स बनाते है, जो ऐसे मॉलिक्यूल होते हैं जो स्वस्थ सेल्स को नुकसान पहुँचा सकते हैं। यह फ्री रेडिकल्स दानों के सेल्स पर आक्रमण करते हैं, जिससे वह धीरे-धीरे खत्म होने लगते हैं। हालाँकि रेडियोसर्जरी सुरक्षित तो होती है, लेकिन यह कार्बन डाइऑक्साइड लेजर सर्जरी की तरह अधिक सटीक और प्रभावी नहीं होती।
  • क्रायोसर्जरी: इस प्रक्रिया में दानों पर अत्यधिक ठंडापन डालकर उन्हें जमा दिया जाता है, जिससे वह टूटकर गिर जाते हैं।
  • एक्सिसनल सर्जरी: इस सर्जरी में सर्जन प्रत्येक दाने को पारम्परिक उपकरणों के माध्यम से काटकर अलग करता है। इस प्रक्रिया में लिंग पर स्कार टिश्यू बनने की सम्भावना काफी ज्यादा होती है।

सभी सर्जिकल प्रक्रियाओं के अपने जोखिम और लाभ होते हैं। इसलिए कोई भी ऑपरेशन कराने से पहले, इस बात की पूरी समझ ले लें कि इस ऑपरेशन में क्या-क्या शामिल होगा, रिस्क कितनी होगी और आपकी रिकवरी कैसी होगी।

हो सकता है कि आप ओवर-द-काउंटर टोपिकल क्रीम (जिन्हें डॉक्टर के पर्चे की आवश्यकता नहीं होती) या घरेलू उपचारों को अपनाने के लिए ललचायें, जैसे दानों को टूथपेस्ट या नींबू के रस से स्क्रब करना। लेकिन इनमें से किसी भी उपचार को अपनाने से पहले, अपने डॉक्टर से बात करें।

रोकथाम

पर्ली पेनाईल पैप्युल्स के दानों को रोकने का कोई तरीका नहीं है। यह आपकी किसी भी बुरी आदत, साफ-सफाई में कमी, जीवनशैली या खानपान की वजह से नहीं होते।

कुछ डॉक्टर तो यह मानते हैं कि यह दाने व्यक्ति को जन्म से ही होते हैं, जो अक्सर यौवनावस्था के दौरान दिखाई देना शुरू हो जाते हैं।

हालाँकि यह उन पुरुषों में ज्यादा आम होते हैं जिनका खतना नहीं हुआ है, लेकिन इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि खतना करवाने के बाद यह आपमें नहीं होंगें या हो गए हैं तो मिट जायेंगे।

निष्कर्ष

पर्ली पेनाईल पैप्युल्स के दाने आपके स्वास्थ्य या सेक्स गतिविधि को प्रभावित नहीं करते। आमतौर पर उम्र बढ़ने के साथ यह अपनेआप फीके पढ़ जाते हैं।

यदि फिर भी आप इन्हें हटाने का प्रयास करना चाहते हैं, तो एक यूरोलॉजिस्ट से संपर्क करें।

इसी तरह, यदि आप अपने लिंग में कोई अन्य परिवर्तन, दर्दनाक पेशाब या स्तंभन दोष जैसे लक्षण देखते हैं, तब भी एक यूरोलॉजिस्ट से मिलें।

हालाँकि इन समस्याओं का पर्ली पेनाईल पैप्युल्स के दानों से कोई संबंध होने की सम्भावना नहीं है, लेकिन फिर भी जब भी आपको खुद में कोई समस्या नजर आती है तो इसकी जल्द से जल्द पहचान करने और उचित उपचार कराने से आप कई संभावित खतरों से बच सकते हैं।

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