जननांग मस्सों के कारण, अन्य लक्षण, उपचार आदि

जननांग मस्से नरम स्किन के उभार होते हैं, जो जननांगों पर दिखाई देते हैं। यह दर्द, बेचैनी और खुजली पैदा कर सकते हैं।

जननांग मस्से एक यौन संचारित संक्रमण होते हैं, जो ह्यूमन पेपिलोमावायरस (एचपीवी) के कुछ कम जोखिम वाले प्रारूपों के कारण होते हैं। यह उच्च जोखिम वाले प्रारूपों से अलग होते हैं, जो सर्विकल डिस्प्लेसिया और कैंसर का कारण बन सकते हैं।

एचपीवी सभी यौन संचारित संक्रमणों में सबसे आम होता है। यौन रूप से सक्रिय पुरुष और महिलाओं में एचपीवी संक्रमण होने की सम्भावना ज्यादा होती है, जिसमें जननांग मस्से भी शामिल हैं।

एचपीवी संक्रमण महिलाओं के लिए विशेष रूप से खतरनाक होते हैं, क्योंकि कुछ प्रकार के एचपीवी गर्भाशय ग्रीवा और योनी के कैंसर का कारण भी बन सकते हैं।

इस संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए उपचार महत्वपूर्ण है।

जननांग मस्सों का इलाज संभव है, लेकिन यह वापिस हो सकते हैं, जब तक कि अंतर्निहित संक्रमण का जड़ से इलाज न किया जाये।

लक्षण

जननांग मस्से मौखिक, योनि और गुदा मैथुन जैसी यौन गतिविधियों के माध्यम से फैलते हैं। हो सकता है कि संक्रमण होने के कई हफ़्तों या महीनों तक आपको जननांगों में मस्से न हों।

जननांग मस्से हमेशा आँखों से दिखाई नहीं देते। यह बहुत छोटे हो सकते हैं और इनकी स्किन का रंग थोड़ा गहरा हो सकता है।

मस्सों का शीर्ष एक फूलगोभी जैसा हो सकता है और स्पर्श करने पर चिकना या थोड़ा ऊबड़-खाबड़ महसूस हो सकता है।

यह समूह में हो सकते हैं, या सिर्फ एक मस्सा हो सकता है।

पुरुषों में जननांग मस्से निम्न क्षेत्रों में दिखाई दे सकते हैं:

  • लिंग
  • अंडकोष
  • कूल्हे
  • जाँघ
  • गुदा के अंदर या आसपास

महिलाओं में यह मस्से निम्न क्षेत्रों में दिखाई दे सकते हैं:

  • योनि या गुदा के अंदर
  • योनि या गुदा के बाहर
  • गर्भाशय ग्रीवा पर

जननांग मस्से उन व्यक्तियों के मुँह, होंठ, जीभ या गले पर भी दिखाई दे सकते हैं, जिन्होंने किसी एचपीवी संक्रमित व्यक्ति के साथ मौखिक मैथुन किया हो।

अगर आपमें जननांग मस्से नहीं दिख रहे हैं, तब भी आपमें इसके अन्य लक्षण हो सकते हैं:

  • योनि से रिसाव निकलना
  • खुजली
  • रक्तस्त्राव
  • जलन

यदि जननांग मस्से फैल जाते हैं या बढ़ जाते हैं, तो स्थिति असहज या दर्दनाक भी हो सकती है।

कारण

जननांग मस्सों के अधिकांश मामले एचपीवी के कारण होते हैं। एचपीवी के 30 से 40 प्रारूप होते हैं, जो विशेष रूप से जननांगों को प्रभावित करते हैं, लेकिन इनमें से कुछ ही प्रारूप जननांग मस्सों का कारण बनते हैं।

एचपीवी वायरस काफी ज्यादा संक्रामक होता है और स्किन के संपर्क से फैल सकता है, यही वजह है कि इसे एक यौन संचारित संक्रमण माना जाता है।

यहाँ तक कि, एचपीवी इतना ज्यादा आम है कि अमेरिका के CDC का कहना है कि ज्यादातर यौन सक्रिय लोगों को यह कभी न कभी होता है।

हालांकि, वायरस हमेशा जननांग मस्सों जैसी जटिलताओं का कारण नहीं बनता है। वास्तव में, ज्यादातर मामलों में, वायरस बिना किसी स्वास्थ्य समस्या के अपने आप ही चला जाता है।

आमतौर पर जननांग मस्से पैदा करने वाले एचपीवी का प्रारूप आपके हाथ या शरीर के अन्य भाग में होने वाले मस्सों के एचपीवी से भिन्न होता है। इसलिए शरीर के अन्य हिस्से में मौजूद मस्सा जननांगों तक नहीं फैलता और न ही जननांगों से शरीर के अन्य हिस्सों में।

जननांग मस्सों के जोखिम

किसी भी यौन सक्रिय व्यक्ति में एचपीवी फैलने का जोखिम होता है। हालाँकि, जननांग मस्से उन व्यक्तियों में अधिक आम हैं जो:

  • 30 से कम उम्र के हों
  • धूम्रपान करते हों
  • इम्यून सिस्टम कमजोर हो
  • बाल शोषण का शिकार हुए हों
  • जन्म के दौरान जिनकी माँ को यह वायरस हो

एचपीवी की संभावित जटिलताएं

एचपीवी संक्रमण गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर का मुख्य कारण होता है। इससे गर्भाशय ग्रीवा की कोशिकाओं में कैंसर से पहले के परिवर्तन भी हो सकते हैं, जिसे डिसप्लेसिया कहा जाता है।

अन्य प्रकार के एचपीवी भी योनी के कैंसर का कारण बन सकते हैं। यह लिंग कैंसर और गुदा कैंसर भी पैदा कर सकते हैं।

जननांग मस्सों की पहचान कैसे होती है?

स्थिति की पहचान करने के लिए, डॉक्टर आपके स्वास्थ्य और यौन इतिहास के बारे में प्रश्न पूछेगा। इसमें आपके अनुभव किये जा रहे लक्षण भी शामिल हैं।

इसके अलावा डॉक्टर यह भी पूछेगा कि आपने मौखिक मैथुन या बिना कंडोम के सेक्स किया है।

डॉक्टर आपके जननांगों की शारीरिक जांच भी करेगा।

सिर्फ महिलाओं के लिए

चूंकि मस्से एक महिला की योनि के अंदर भी हो सकते हैं, इसलिए डॉक्टर को उनकी एक पैल्विक जांच करने की आवश्यकता हो सकती है। वह जाँच के दौरान एक हलके अम्लीय घोल का इस्तेमाल कर सकते हैं, ताकि मस्से उभर आएं और आसानी से दिखाई दे सकें।

डॉक्टर आपका पैप टेस्ट भी कर सकता है, जिसमें आपकी गर्भाशय ग्रीवा से कोशिकाओं का नमूना लेना शामिल है। फिर इन कोशिकाओं में एचपीवी की उपस्थिति के लिए परीक्षण किया जाता है।

कुछ प्रकार के एचपीवी पैप टेस्ट में असामान्य परिणाम दे सकते हैं, जो कैंसर से पहले के परिवर्तनों का संकेत दे सकते हैं। यदि आपके डॉक्टर को यह असमानतायें दिखती हैं, तो वह आपमें किसी भी बदलाव या कोल्पोस्कोपी नामक एक विशेष प्रक्रिया की निगरानी के लिए नियमित जाँच कराने की सलाह देगा।

यदि आप एक महिला हैं और चिंतित हैं कि आपमें गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर का कारण बनने वाला एचपीवी फैल गया है, तो इसका पता लगाने के लिए डॉक्टर डीएनए टेस्ट करवाने की सलाह देगा। डीएनए टेस्ट में आपमें मौजूद एचपीवी के सही प्रारूप का पता लगाने में मदद मिलती है।

पुरुषों में एचपीवी की मौजूदगी का सही पता लगाने का अभी कोई टेस्ट मौजूद नहीं है।

जननांग मस्सों का उपचार कैसे होता है?

हालाँकि आमतौर पर जननांग मस्से समय के साथ अपने आप ठीक हो जाते हैं, लेकिन एचपीवी स्वयं आपकी कोशिकाओं में हमेशा जिंदा रह सकता है।

इसका मतलब है कि आपको अपने जीवन के दौरान जननांग मस्सों के कई प्रकोप हो सकते हैं। इसलिए जननांग मस्सों के लक्षणों को नियंत्रित करना महत्वपूर्ण है, क्योंकि प्रकोप के दौरान आप आसानी से वायरस को अपने सेक्स पार्टनर में फैला सकते हैं।

हालाँकि, एचपीवी तब भी दूसरों में फैल सकता है जब आपको इसके मस्से न हो, लेकिन इसकी सम्भावना कम होती है।

आप जननांग के दर्दनाक मस्सों को दूर करने या इनकी उपस्थिति को कम करने के लिए इलाज करवा सकते हैं। हालाँकि, आप ओवर-द-काउंटर दवाओं (जो डॉक्टर के पर्चे के बिना मिलती हैं) के जरिये इन मस्सों को ठीक नहीं कर सकते।

इनका सही उपचार कराने के लिए आपको डॉक्टर को दिखाना आवश्यक है।

डॉक्टर मस्सों के उपचार में आपको निम्न दवाएं लिख सकता है:

  • इमीकिमोड (imiquimod)
  • पॉडोफिलिन और पॉडोफिलॉक्स (podophyllin and podofilox)
  • ट्राइक्लोरोएसिटिक एसिड (trichloroacetic acid)

यदि इन दवाओं के जरिये मस्से समय के साथ दूर नहीं होते हैं, तो आपको इन्हें हटाने के लिए मामूली सर्जरी करवाने की आवश्यकता हो सकती है। डॉक्टर निम्न प्रक्रियाओं के माध्यम से भी मस्सों को हटा सकता है:

  • इलेक्ट्रोकॉटरी (electrocautery), यानि इलेक्ट्रिक करंट के माध्यम से मस्सों को जलाना
  • क्रायोसर्जरी (cryosurgery), यानि मस्सों को जमाना
  • लेजर ट्रीटमेंट
  • सर्जिकल छंटाई, यानि मस्सों को काटकर अलग करना
  • मस्सों पर दवा का इंजेक्शन लगाना

सावधानियाँ

हाथों के मस्सों के लिए मिलने वाले ओवर द काउंटर उपचारों को जननांग मस्सों पर इस्तेमाल न करें।

हाथ और जननांग मस्सों के एचपीवी के प्रारूप काफी अलग होते हैं, और शरीर के अन्य क्षेत्रों के मस्सों के लिए डिज़ाइन किए गए उपचार अक्सर जननांगों पर उपयोग किए जाने वाले उपचारों की तुलना में बहुत अधिक तेज होते हैं।

इसलिए गलत उपचार का उपयोग करने से आपको फायदे से ज्यादा नुकसान हो सकता है।

रोकथाम

गार्डासिल (Gardasil) और गार्डासिल 9 (Gardasil 9) नामक एचपीवी के टीके, पुरुषों और महिलाओं में जननांग मस्सों का कारण बनने वाले सबसे आम एचपीवी प्रारूपों से बचाव कर सकते हैं।

साथ ही यह गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर से जुड़े एचपीवी के प्रारूपों से भी रक्षा कर सकते हैं।

एक Cervarix नामक टीका भी उपलब्ध है, जो गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर से बचाता है, लेकिन यह जननांग मस्सों से नहीं बचाता।

9 से 45 वर्ष की आयु का कोई भी व्यक्ति एचपीवी का टीका लगवा सकता है। व्यक्ति की उम्र के आधार पर टीके को 2 या 3 शॉट्स में दिया जाता है।

दोनों ही प्रकार के टीकों को व्यक्ति के यौन रूप से सक्रिय होने से पहले लगवाना ज्यादा फायदेमंद होता है, क्योंकि किसी भी व्यक्ति के एचपीवी के संपर्क में आने से पहले वे सबसे ज्यादा प्रभावी होते हैं।

हर बार सेक्स के दौरान कंडोम या मुख मैथुन के दौरान डेंटल डैम पहनने से जननांग मस्से फैलने की सम्भावना कम होती है।

निष्कर्ष

जननांगों में मस्से एचपीवी नमक वायरस के संक्रमण के कारण होते हैं। यह काफी आम होते हैं और इनका इलाज संभव है।

समय के साथ यह मस्से अपनेआप ठीक हो जाते हैं, लेकिन एचपीवी वायरस हमेशा आपके शरीर में रहता है और दोबारा कभी भी मस्से पैदा कर सकता है।

एचपीवी को जड़ से खत्म करने और इनके कारण होने वाली जटिलताओं से बचने के लिए उचित उपचार करवाना महत्वपूर्ण होता है।

यदि आपको लगता है कि आपको जननांग मस्से हो सकते हैं, तो अपने डॉक्टर से बात करें। डॉक्टर आपमें एचपीवी के प्रारूप की सही पहचान करने में मदद कर सकता है और उसका उचित इलाज प्रदान कर सकता है।

इसके अलावा, अपने सेक्स पार्टनर से बात करना भी जरूरी है। यह थोड़ा मुश्किल लग सकता है, लेकिन अपनी स्थिति के बारे में खुलकर बात करने से आपको अपने पार्टनर को एचपीवी संक्रमण और जननांग मस्सों से बचाने में मदद मिल सकती है।

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