जल्दी प्रेग्नेंट होने में मदद करने वाले 7 तरीके

तो अब आप प्रेग्नेंट होने के तैयार हैं। एक बार जब आप बच्चा पैदा करने की ठान लेती हैं, तो एक चीज है तो आप नहीं करना चाहतीं, और वो है इंतजार।

हालाँकि, कई बार प्रेग्नेंट होने के लिए किस्मत का साथ देना भी जरूरी होता है। लेकिन ऐसी कुछ चीजें हैं जिनको करके आप अपने गर्भधारण की संभावना को बड़ा सकती हैं।

यहाँ पर हम आपको बताएँगे जल्दी प्रेग्नेंट होने के एक्सपर्ट्स द्वारा दिए गए 7 सबसे कारगर सुझाव:

  1. प्री-प्रेग्‍नेंसी चेकअप करवाएं
  2. मासिक धर्म चक्र को पहचानें
  3. बेस्ट सेक्स पोजीशन की चिंता न करें
  4. सेक्स के बाद थोड़ी देर बिस्तर पर ही लेटी रहें
  5. अत्यधिक सेक्स न करें
  6. तनाव से दूर रहें
  7. स्वस्थ लाइफ जियें

1. अपना प्री-प्रेग्‍नेंसी चेकअप करवाएं

इससे पहले कि आप आधिकारिक तौर पर प्रेग्नेंट होने की कोशिश शुरू करें, अपना प्री-प्रेग्‍नेंसी चेकअप करवाएं।

अपने डॉक्टर से गर्भधारण के लिए जरुरी विटामिन के बारे में पूछें जिनमें फोलिक एसिड होता है, जो कुछ प्रेगनेंसी दोषों जैसे कि स्पाइना बिफिडा से बचाने में मदद करते है।

स्पाइना बिफिडा एक जन्म दोष होता है, जो तब होता है जब बच्चे की रीढ़ और रीढ़ की हड्डी ठीक से नहीं बनती है।

यह एक प्रकार का न्यूरल ट्यूब दोष है। न्यूरल ट्यूब भ्रूण में मौजूद एक संरचना होती है जो बाद में बच्चे के मस्तिष्क, रीढ़ की हड्डी और उन्हें घेरने वाले ऊतकों में बन जाती है।

प्रेगनेंसी के शुरुआती चरणों में फोलिक एसिड इन विकारों से सुरक्षा प्रदान करने का काम करती है।

इसलिए यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि आप गर्भवती होने से पहले ही पर्याप्त फोलिक एसिड प्राप्त कर रही हैं या नहीं।

मुंबई की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर मानसी सिलावट के अनुसार “प्रेगनेंसी से पहले इस टेस्ट को करवाना काफी जरूरी होता है। यदि आपमें कोई प्रेगनेंसी से सम्बंधित समस्या है, तो इसका सीधा असर आपके होने वाले बच्चे पर पड़ता है। इसलिए गर्भधारण से पहले इन समस्याओं को कंट्रोल करना आपके बच्चे के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होगा।”

2. अपने मासिक धर्म चक्र को पहचानें

आप अपने मासिक धर्म चक्र के बारे में कितना जानती हैं? इसके बारे में जानकर आपको यह समझने में मदद मिलेगी कि आप कब सबसे ज्यादा फर्टाइल होती हैं।

प्रेग्नेंट होने के लिए ओवुलेशन सबसे अच्छा समय होता है। आपको इसी समय ज्यादा से ज्यादा सेक्स करने पर फोकस करना है।

तो आपको ओवुलेशन के संकेतों से अवगत होना जरूरी है, जैसे आपकी योनि के पानी में बदलाव आना। जब आप सबसे ज्यादा फर्टाइल होती हैं, तो योनि का पानी पतला और चिकना हो जाता है। कुछ महिलाओं को इस दौरान शरीर के एक तरफ दर्द या मरोड़ का अनुभव भी होता है।

“ओव्यूलेशन प्रेडिक्शन किट” भी आपको गर्भवती होने के सही समय को जानने में मदद कर सकती है। यह किट किसी भी मेडिकल स्टोर पर आसानी से उपलब्ध होती हैं। या आप इसे या flipkart पर भी खरीद सकती हैं।

इस किट को इस्तेमाल करने का तरीका भी जान लें।

आपके मासिक धर्म के पहले दिन को मासिक चक्र का पहला दिन माना जाता है।

आमतौर पर ओवुलेशन चौदहवें दिन के आसपास से शुरू होता है, लेकिन हर एक महिला में और हर एक मासिक धर्म चक्र में यह समय अलग-अलग हो सकता है।

इसलिए आपको नौवे दिन से टेस्ट शुरू करना है और तब तक रोज करते रहना है जबतक टेस्ट पॉजिटिव न आये।

3. गर्भवती होने के लिए बेस्ट सेक्स पोजीशन की चिंता न करें

कई मिथक प्रेग्नेंट होने के लिए सबसे अच्छी सेक्स पोजीशन के बारे में बताते हैं, लेकिन यह सब सिर्फ मिथक ही हैं। ऐसा कोई वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद नहीं है जो यह साबित करता हो कि मिशनरी सेक्स पोजीशन में प्रेगनेंसी की संभावना सबसे ज्यादा होती है।

बहुत ही कम मामलों में ऐसा होता है कि आप ऐसी पोजीशन में सेक्स कर रही हों जिसमें आपके गर्भाशय तक शुक्राणु नहीं पहुँच पाते।

कुछ सेक्स पोजीशन जिनमें महिला की योनि धरती की तरफ हो तो गुरुत्वाकर्षण के कारण शुक्राणुओं को ऊपर की तरफ सफर करने में थोड़ी मुश्किल हो सकती है। लेकिन यह अंतर काफी कम होता है और शुक्राणु योनि में लगभग 5 दिनों तक जीवित रह सकते हैं और इस दौरान कभी भी फर्टिलाइज हो सकते हैं।

वैसे भी एक बार के वीर्य में करोड़ों शुक्राणु मौजूद होते हैं और फर्टिलाइजेशन के लिए सिर्फ एक शुक्राणु की जरूरत होती है। इसलिए प्रेगनेंसी की संभावना पर सेक्स पोजीशन का न के बराबर प्रभाव होता है।

4. सेक्स के बाद थोड़ी देर बिस्तर पर ही लेटी रहें

आपने शायद यह सुना होगा कि गर्भवती होने की संभावना को बढ़ाने के लिए सेक्स करने के बाद कुछ देर के लिए हवा में अपने पैरों को ऊपर करके बिस्तर पर लेटे रहना चाहिए।

नई दिल्ली की डॉक्टर तमन्ना खरे के अनुसार “संभोग के बाद 10 से 15 मिनट के लिए बिस्तर पर लेटना एक अच्छी सलाह है, लेकिन आपको अपने पैरों को हवा में उठाने की जरूरत नहीं है। जब आप अपने पैर हवा में रखती हैं तब भी आपकी योनि सीधी ही रहती है। हालाँकि सेक्स के तुरंत बाद बाथरूम न जाएँ और न ही योनि को धोएं। यदि आप 10 से 15 मिनट इंतजार करती हैं, तो आपकी योनि में मौजूद ज्यादा से ज्यादा स्पर्म को गर्भाशय तक पहुँचने में मदद मिलती है।”

5. अत्यधिक सेक्स न करें

ओवुलेशन के दौरान भी हर दिन सेक्स करने से आपकी गर्भवती होने की संभावना नहीं बढ़ेगी। डॉक्टर तमन्ना कहती हैं “सामान्य तौर पर, ओव्यूलेशन के समय हर दूसरे दिन सेक्स करने से प्रेगनेंसी की सम्भावना बढ़ाने में मदद मिल सकती है।”

“शुक्राणु आपके शरीर के अंदर 5 दिनों तक जीवित रह सकते हैं, और आपको प्रेग्नेंट होने के लिए रोज-रोज सेक्स करने की जरूरत नहीं है।”

स्पर्म के बारे में और बात करते हुए डॉक्टर तमन्ना ने कहा “पुरुषों द्वारा तंग-फिटिंग कपड़े पहनने और ज्यादा हॉट बाथ लेने से स्पर्म काउंट पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।

पुरुषों को अपनी फ़ोन चलाने की आदतों को भी कंट्रोल करने की जरूरत है। फर्टिलिटी एंड स्टरलिटी जर्नल में पब्लिश हुए एक शोध के अनुसार जो पुरुष अपने फ़ोन के साथ हैंड्स-फ्री डिवाइस का उपयोग करते हैं और फोन को अपने अंडकोषों के पास रखते हैं उनके स्पर्म की क्वालिटी में कमी आने लगती है।”

“पुरुषों को सोयाबीन और इससे बने तेल से भी कुछ दिनों तक परहेज करने की जरूरत है। जो पुरुष सोयाबीन से बने पदार्थों का अत्यधिक सेवन करते हैं, उनमें अन्य के मुक़ाबले शुक्राणुओं की सांद्रता (concentration) कम होती है।”

6. तनाव से दूर रहने की कोशिश करें

बच्चा पैदा करने को लेकर तनाव न लें। तनाव वास्तव में ओवुलेशन में हस्तक्षेप कर सकता है। इसलिए आप जितना ज्यादा रिलैक्स रहेंगी, प्रेगनेंसी की संभावना भी उतनी ही ज्यादा होगी।

यदि आप काफी तनाव में रहती हैं, तो इसे कम करने वाले तरीकों को अपनायें।

ऐसे कुछ सबूत मौजूद हैं जो यह बताते हैं कि एक्यूपंक्चर तनाव को कम करने और गर्भवती होने की संभावनाओं को बढ़ाने में मदद कर सकता है।

ऐसे ही, अत्यधिक शराब का सेवन करने से भी नुकसान होता है। लेकिन थोड़ी सी वाइन का सेवन आपको फायदा दे सकती है।

7. स्वस्थ लाइफ जियें

व्यायाम करना एक अच्छी आदत होती है, खासकर अगर यह आपको मोटापा से बचाये रखने में मदद करती है।

लेकिन जिस प्रकार से किसी भी चीज को अत्यधिक करने से उसका उल्टा प्रभाव पड़ सकता है, उसी तरह ज्यादा एक्सरसाइज करने से भी आपके ओवुलेशन पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।

तो कितनी एक्सरसाइज बहुत ज्यादा होती है?

यह अलग-अलग महिलाओं के लिए अलग-अलग हो सकती है।

यदि आप एक हार्ड-कोर एक्सरसाइजर हैं और अभी भी नियमित रूप से आपका पीरियड आता है, तो आपके एक्सरसाइज रूटीन में समस्या होने की संभावना नहीं है।

लेकिन अत्यधिक एक्सरसाइज करने से सबसे पहले आपके पीरियड्स पर असर नहीं पड़ता। बल्कि सबसे पहले आपके मासिक धर्म चक्र की दूसरे आधे भाग की अवधि छोटी हो जाती है।

आमतौर पर आपके ओवुलेशन और पीरियड्स के बीच का समय 14 दिन का होना चाहिए। यदि यह छोटा होता है तो यही समय है आपको अपनी अत्यधिक एक्सरसाइज पर कंट्रोल करने का।

संयमित एक्सरसाइज के स्वास्थ्य लाभ लेने के साथ-साथ यह आपकी प्रेगनेंसी की संभावना को बढ़ाने का भी सबसे अच्छा तरीका होता है।। जैसे हफ्ते में 5 दिन कम से कम 30 मिनट तक तेज चलना।

डॉक्टर तमन्ना कहती हैं “गर्भवती होने की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए आपको धूम्रपान करना भी बंद करना होगा। धूम्रपान के कई अन्य नुकसान होने के साथ-साथ यह आपकी फर्टिलिटी को भी कम कर सकता है। यह एस्ट्रोजन लेवल और ओवुलेशन पर सीधा असर डालता है।”

अंत में, अपनी प्रेगनेंसी को लेकर अत्यधिक चिंता न करें। 85% महिलाएं अपनी प्रेगनेंसी की कोशिश के एक साल के अंदर ही प्रेग्नेंट हो जाती हैं।

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